भीड़ ने CM कार्यालय पर की पत्थरबाजी, कई सुरक्षा कर्मी घायल, कर्फ्यू लगाया गया

Stone pelting at CM office : मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा के कार्यालय पर सोमवार, 24 जुलाई की रात हुए भीड़ के हमले में पांच सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं. राहत की बात है कि सीएम संगमा सुरक्षित हैं. गारो हिल्स स्थित नागरिक समाज समूह तुरा में शीतकालीन राजधानी की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर हैं. हमले के ठीक पहले सीएम कॉनराड संगमा इन्हीं प्रदर्शनकारियों से बात कर रहे थे. घटना के बाद तुरा में रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया है.

आखिर हुआ क्या?

मुख्यमंत्री ऑफिस ने एक बयान जारी कर कहा है कि मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा गारो-हिल्स स्थित आंदोलनकारी संगठनों के साथ चर्चा कर रहे थे जो तुरा में शीतकालीन राजधानी बनाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर हैं.

सीएम ऑफिस में तीन घंटे से अधिक समय तक उनके बीच चर्चा चली. इस बीच, परिसर के बाहर भारी संख्या में भीड़ जमा हो गई और नारेबाजी शुरू कर की. उग्र भीड़ ने इस दौरान पथराव (Stone pelting at CM office) भी किया और सीएम ऑफिस की खिड़कियां भी तोड़ दी.

वहीं पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में वहां एकत्रित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. इस झड़प में अब तक कम से कम पांच सुरक्षाकर्मी घायल हो चुके हैं. वहीं मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक टिप्पणी में कहा, हालात को नियंत्रण में कर लिया गया है, लेकिन स्थिति ‘बहुत तनावपूर्ण’ बनी हुई है.

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सीएम ऑफिस के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा, ‘मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा गारो-हिल्स स्थित आंदोलनकारी संगठनों के साथ चर्चा कर रहे थे, जो तुरा में शीतकालीन राजधानी के लिए भूख हड़ताल पर हैं. इस बीच, तुरा में सीएमओ पर भीड़ (आंदोलनकारी समूहों से अलग) एकत्र हो गई और पथराव शुरू कर दिया. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए. सीएम और पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग (पीएचई) मंत्री सीएमओ तुरा में मामले की निगरानी कर रहे हैं. (Stone pelting at CM office)

तुरा शहर में तत्काल प्रभाव से रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. वहीं मुख्यमंत्री ने घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है और कहा है कि उनके इलाज पर आने वाले खर्च को राज्य सरकार वहन करेगी.

नागरिक निकायों ने प्रदर्शनकारियों से खुद को किया अलग

इस बीच मुख्यमंत्री के साथ बैठक कर रहे नागरिक निकायों के सदस्यों ने खुद को इस हमले से दूर कर लिया है. उन्होंने कहा कि भीड़ में शामिल लोग उनके नहीं हैं और उनका इस हमले से कोई लेना-देना नहीं है.

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