बर्फीले तूफान की चपेट में आने से 3 जवान शहीद, सर्चिंग के दौरान हादसा
Avalanche in Jammu: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा माछिल इलाके में फिर प्रकृति का तांडव देखने को मिला है। दरअसल, यहां हिमस्खलन की चपेट में आने से 3 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं 2 जवानों को बर्फ के नीचे से सुरक्षित निकाला गया है। जब हादसा हुआ तब 56 राष्ट्रीय रायफल्स के ये पांचों जवान रुटीन गश्त कर रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि हादसे की जानकारी मिलते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, लेकिन जब तक जवानों को निकाला गया तो 3 की मौत हो गई थी। अन्य 2 जवानों को इलाज के लिए सैन्य अस्पताल भेजा गया है।
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कुपवाड़ा SSP युगल मन्हास ने हादसे की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि जवानों के पार्थिव शरीर को बर्फ से निकाल लिया है। उन्हें 168 एमएच ड्रगमुल्ला शिफ्ट किया गया है। हांलाकि शहीदों की पहचान अभी तक जाहिर नहीं की गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक शुक्रवार शाम सेना के 56 राष्ट्रीय रायफल्स के जवानों की एक टीम कुपवाड़ा जिले के माछिल इलाके में गश्त रुटीन कर रहे थे। जहां जवान गश्त कर रहे थे, वहां बर्फ गिरी हुई थी। गश्त के दौरान सेना के जवानों पर बर्फ की एक बड़ी सी चट्टान आ गिरी। (Avalanche in Jammu)
Rescue Operation Video.
Indian Army rescued Sub District Magistrate and two others in Karnah area of North Kashmir. A Snow Avalanche had hit Official vehicle of SDM. All three persons rescued. pic.twitter.com/HcGSeNoWy4
— Rifat Abdullah (@rifatabdullahh) April 21, 2020
जानकारी के मुताबिक तीनों जवानों की पोस्टिंग माछिल सेक्टर में अलमोरा पोस्ट पर थी, जब वे एक हिमस्खलन का शिकार हो गए। पुलिस ने बताया कि एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में सेना के 3 जवान शहीद हो गए। पुलिस ने पुष्टि की कि तीनों जवान 56 राष्ट्रीय रायफल के हैं। सभी बॉडी को बरामद कर लिया गया है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जवान लाइन ऑफ ड्यूटी पर थे, जब वे हिमस्खलन में फंस गए। हिमस्खलन की वजह से जवान उसके नीचे दब गए और निकल नहीं सके। घटना नॉर्थ कश्मीर के कुपवाड़ा की है। (Avalanche in Jammu)
बता दें कि सर्दियों में अक्सर इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं। बर्फबारी की वजह से हिमस्खलन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में सेना के जवानों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। बर्फबारी में सुरक्षा पर पैनी नजर रखनी होती है और जवानों को सतर्क रहना पड़ता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर में आमतौर पर हिमस्खलन की घटनाएं जनवरी महीने के दौरान बढ़ जाती है। जनवरी महीने के दौरान हिमस्खलन का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है। इसी तरह की एक घटना में माछिल सेक्टर में ही जनवरी 2020 में सेना के तीन जवान शहीद हो गए थे। (Avalanche in Jammu)
वहीं रिपोर्ट के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश के कामेंग सेक्टर में भी सेना के कई जवान हिमस्खलन में शहीद हो गए थे। यह घटना इसी साल फरवरी महीने की है, जब सेना के सात जवान शहीद हो गए। रिपोर्ट के मुताबिक हिमस्खलन में शहीद होने वाले जवानों की पहचान हवलदार जुगल किशोर, राइफलमैन अरुण कट्टल, राइफलमैन अक्षय पठानिया, राइफलमैन विशाल शर्मा, राइफलमैन राकेश सिंह, राइफलमैन अंकेश भारद्वाज और जनरल गुरबाज सिंह के रूप में हुई थी। इससे पहले फरवरी में अरुणाचल प्रदेश में एवलॉन्च में सेना के 7 जवान शहीद हो गए थे। सेना के अधिकारियों ने बताया कि ये जवान दो दिनों तक बर्फ में फंसे रहे, इसके बाद उनके शव बर्फ से निकाले गए। (Avalanche in Jammu)