PM in Lok Sabha: भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि करीब 6 दशक में 75 बार संविधान बदला गया, जो बीज देश के पहले प्रधानमंत्री ने बोया था उस बीज को खाद-पानी देने का काम एक और प्रधानमंत्री ने किया, उनका नाम था इंदिरा गांधी। 1971 में सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला आया था, उस फैसले को संविधान बदलकर पलट दिया गया था, 1971 में संविधान संशोधन किया गया था। उन्होंने हमारे देश की अदालत के पंख काट दिए थे। कांग्रेस ने निरंतर संविधान की अवमानना की, संविधान के महत्व को कम किया। कांग्रेस इसके अनेक उदाहरणों से भरा पड़ा हुआ है।
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उन्होंने कहा कि 370 के बारे में तो सबको पता है, लेकिन 35-ए के बारे में पता बहुत कम है। भारत के संविधान का अगर कोई पहला पुत्र है तो ये संसद है लेकिन उसका भी इन्होंने गला घोटने का काम किया। 35-ए को संसद में लाए बिना उन्होंने देश पर थोप दिया। राष्ट्रपति के आदेश पर ये काम किया गया और देश की संसद को अंधेरे में रखा गया। 12 कांग्रेस की प्रदेश कमिटियों ने सरदार पटेल के नाम पर सहमति दी थी। नेहरू जी के साथ एक भी कमेटी नहीं थी। संविधान के तहत सरदार साहब ही देश के प्रधानमंत्री बनते… जो लोग अपनी पार्टी के संविधान को नहीं मानते वो कैसे देश के संविधान को स्वीकार कर सकते हैं? समान नागरिक संहिता, यह विषय संविधान सभा के ध्यान के बाहर नहीं था। संविधान सभा ने UCC को लेकर लंबी चर्चा की। (PM in Lok Sabha)
PM मोदी ने कहा कि उन्होंने बहस के बाद निर्णय किया कि अच्छा होगा कि जो भी सरकार चुनकर आए वह उसका निर्णय करे और देश में UCC लागू करे। सुप्रीम कोर्ट ने भी कई बार कहा है कि देश में UCC लाना चाहिए। संविधान और संविधान निर्माताओं की भावना को ध्यान में रखते हुए, हम सेक्युलर सिविल कोड के लिए पूरी ताकत से काम कर रहे हैं। कांग्रेस को एक शब्द बहुत प्रिय है। उनका सबसे प्रिय शब्द है – ‘जुमला’… देश को पता है हिंदुस्तान में अगर सबसे बड़ा जुमला कोई था और वह 4 पीढ़ी ने चलाया, वह जुमला था – ‘गरीबी हटाओ’। यह ऐसा जुमला था, जिससे उनकी राजनीति की रोटी तो सेकी जाती थी, लेकिन गरीब का हाल ठीक नहीं होता था। PM मोदी ने देश के लिए 11 संकल्प दिए। उन्होंने कहा कि मैं इस सदन के पवित्र मंच से 11 संकल्प सदन के सामने रखना चाहता हूं। (PM in Lok Sabha)
देश के लिए 11 संकल्प
- चाहे नागरिक हो या सरकार हो… सभी अपने कर्तव्यों का पालन करें।
- हर क्षेत्र, हर समाज को विकास का लाभ मिले, सबका साथ-सबका विकास हो।
- भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस हो, भ्रष्टाचारी की सामाजिक स्वीकार्यता न हो।
- देश के कानून, देश के नियम… देश की परंपराओं के पालन में देश के नागरिकों को गर्व होना चाहिए, गर्व का भाव हो।
- गुलामी की मानसिकता से मुक्ति हो, देश की विरासत पर गर्व हो।
- देश की राजनीति को परिवारवाद से मुक्ति मिले। (PM in Lok Sabha)
- संविधान का सम्मान हो, राजनीति स्वार्थ के लिए संविधान को हथियार न बनाया जाए।
- संविधान की भावना के प्रति समर्पण रखते हुए जिनको आरक्षण मिल रहा है उसको न छीना जाए और धर्म के आधार पर आरक्षण की हर कोशिश पर रोक लगे।
- महिला नेतृत्व विकास में भारत दुनिया के लिए मिसाल बने।
- राज्य के विकास से राष्ट्र का विकास… ये हमारा विकास का मंत्र हो।
- एक भारत, श्रेष्ठ भारत का ध्येय सर्वोपरि हो। (PM in Lok Sabha)