सेमीफाइनल में हार के बाद BCCI का बड़ा एक्शन, सीनियर सिलेक्शन कमेटी को किया बर्खास्त

BCCI Big Action: T-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मिली हार के बाद BCCI ने बड़ी कार्रवाई की है। दरअसल, BCCI ने टीम इंडिया की सीनियर सिलेक्शन कमेटी को बर्खास्त कर दिया है। इस फैसले के बाद पूर्व तेज गेंदबाज चेतन शर्मा समेत सभी सिलेक्टर्स को हटा दिया गया है। बता दें कि T-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में टीम इंडिया को इंग्लैंड के हाथों 10 विकेट की हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद से ही टीम सिलेक्शन पर सवाल उठ रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को जिस वक्त BCCI ने ये फैसला लिया। उस वक्त इसकी जानकारी सिलेक्शन कमेटी को नहीं दी गई।

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चीफ सिलेक्टर और उनके साथी सिलेक्टर्स तब देश के अलग-अलग शहरों में खेले जा रहे विजय हजारे ट्रॉफी के मैच देख रहे थे। बोर्ड ने सिलेक्शन कमेटी की बर्खास्तगी की कोई वजह तो नहीं बताई, लेकिन माना जा रहा है कि लगातार दो T-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का खराब प्रदर्शन इसकी वजह हो सकती है। सिलेक्शन कमेटी में 4 मेंबर थे और इसके हेड यानी चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा थे। चेतन के दौर में टीम इंडिया का प्रदर्शन काफी खराब रहा। 2021 के टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया नॉक आउट में भी नहीं पहुंच पाई थी। इसके अलावा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उसे न्यूजीलैंड के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा था। (BCCI Big Action)

चेतन शर्मा के अलावा हरविंदर सिंह, सुनील जोशी और देवाशीष मोहंती इस सिलेक्शन कमेटी में थे। इनमें से कुछ 2020 तो कुछ 2021 में सिलेक्टर बने थे। आमतौर पर सीनियर सिलेक्शन कमेटी का कार्यकाल चार साल का होता है। कहा जा रहा है कि शुक्रवार को बोर्ड की एजीएम में सिलेक्शन कमेटी को बर्खास्त करने का फैसला लिया गया। अब बोर्ड ने नई सिलेक्शन कमेटी के लिए एप्लिकेशन मांगी हैं। इसके लिए आखिरी तारीख 28 नवंबर है। (BCCI Big Action)

सेलेक्शन कमेटी के कार्यकाल के दौरान टीम इंडिया ने ज्यादातर द्विपक्षीय सीरीज में अपना दबदबा दिखाया। खास तौर पर भारत में हुई तीनों फॉर्मेट के मुकाबलों में टीम इंडिया जीतती रही। वहीं विदेशों में इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज 2-2 से बराबर रही, जबकि ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीती थी। हालांकि साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज में 1-0 से आगे रहने के बावजूद 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। (BCCI Big Action)

टेस्ट सीरीज को छोड़ दें तो सबसे ज्यादा फोकस बड़े टूर्नामेंटों पर था। इसमें 2021 का विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल था, जिसमें भारत को न्यूजीलैंड से हार मिली थी। फिर संयुक्त अरब अमीरात में हुए T-20 विश्व कप 2021 में भारतीय टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई, जिसमें खास तौर पर पाकिस्तान के खिलाफ 10 विकेट की हार ने चौंका दिया था। इसके बाद सेलेक्शन कमेटी ने टीम इंडिया की कप्तानी में बदलाव किए, जिस पर बवाल मचा लेकिन फिर भी टीम इंडिया इस साल UAE में पहले एशिया कप के सुपर-4 से बाहर हो गई।

इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में T-20 विश्व कप 2022 में सेमीफाइनल में उसका पत्ता साफ हो गया। वहीं टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचना अभी मुश्किल है। सिर्फ टीम इंडिया का प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि उससे जुड़े विवाद ने भी खूब सुर्खियां बटोरी थीं। 2017 में अनिल कुंबले के कोच पद से हटने के बाद भारतीय क्रिकेट में सबसे बड़ा विवाद हुआ कप्तानी का, जिसमें बड़ी भूमिका निभाई चेतन शर्मा और उनकी सेलेक्शन कमेटी ने। पिछले साल विश्व कप से ठीक पहले विराट कोहली ने टी20 की कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया था। हालांकि, तब उन्होंने इच्छा जताई थी कि वह वनडे और टेस्ट की कप्तानी जारी रखना चाहते थे।

फिर अचानक 8 दिसंबर को साउथ अफ्रीका दौरे के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया गया और यहां सारा बवाल हो गया। सेलेक्शन कमेटी ने कोहली से ODI की कप्तानी छीनते हुए रोहित शर्मा को टी20 के साथ ही ये जिम्मेदारी भी दे दी। सिर्फ इतना ही नहीं, हमेशा की तरह सेलेक्शन कमेटी की ओर से इस मुद्दे पर कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस न होने पर खासा बवाल हुआ था। सेलेक्टर्स के इस फैसले ने कोहली फैंस को भड़का दिया और उनका गुस्सा फूट पड़ा।

15 दिसंबर को साउथ अफ्रीका रवाना होने से पहले कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बोलकर सनसनी फैला दी कि उन्हें सेलेक्शन कमेटी ने कप्तानी में बदलाव के बारे में पहले नहीं बताया और टीम सेलेक्शन से सिर्फ आधे घंटे पहले जानकारी दी। कोहली ने साथ ही इस दौरान उन सारे बयानों को गलत बता दिया कि तब बोर्ड अध्यक्ष रहे सौरव गांगुली और सेलेक्शन कमेटी ने उनसे कप्तानी नहीं छोड़ने की गुजारिश की थी। इसके बाद 31 दिसंबर को चेतन शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोहली के आरोपों को गलत बताया था। (BCCI Big Action)

इधर, इस पूरे बवाल ने भारतीय टीम को हिलाकर रख दिया था। हालांकि कुछ महीनों बाद जब सब शांत हुआ तो बात आई T20 विश्व कप की। इस दौरान सेलेक्टर्स ने दिनेश कार्तिक और रविचंद्रन अश्विन को मौका दिया। जबकि मोहम्मद शमी को छोड़ दिया। इस पर भी खूब बवाल मचा। फिर विश्व कप चयन से ठीक पहले जसप्रीत बुमराह चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए, जिसके बाद शमी को मौका मिला। फिर 31 अक्टूबर को सेलेक्शन कमेटी ने सबको चौंकाते हुए न्यूजीलैंड और बांग्लादेश दौरे के लिए एक साथ टीम का ऐलान कर दिया। इस दौरान चेतन शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अपनी गलती मानते हुए कहा कि चोट से उबर रहे जसप्रीत बुमराह को ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ T-20 सीरीज के लिए चुनकर उन्होंने जल्दबाजी की थी। (BCCI Big Action)

वहीं BCCI बिना वर्ल्ड कप खिताब के देश लौटी T-20 टीम को बदलने की योजना बना रहा है। बोर्ड की योजना में 2007 का खिताब जिताने वाले महेंद्र सिंह धोनी का भी रोल है। बोर्ड टी-20 टीम को आक्रामक बनाने के लिए धोनी को फिर टीम से जोड़ सकता है। बोर्ड टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में भी धोनी को मेंटॉर के तौर पर टीम के साथ भेज चुका है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि BCCI इंग्लैंड की तरह फियरलेस क्रिकेट खेलने वाली टीम बनाना चाहता है। इसमें वो धोनी की एक्सपर्ट स्किल्स की मदद लेने पर विचार कर रहा है और जल्द ही फैसला भी लेगा। (BCCI Big Action)

जानकारी के मुताबिक BCCI इंग्लैंड की तर्ज पर लिमिटेड ओवर और टेस्ट की अलग-अलग टीम बनाने पर विचार कर रहा है। इतना ही नहीं, इन टीमों के लिए अलग-अलग कोचिंग स्टाफ भी अपॉइंट किया जा सकता है। अलग कोच पर इस महीने फैसला लिया जा सकता है। 2023 में वनडे वर्ल्ड कप भारत में ही खेला जाना है। इसके बाद 2024 में टी-20 वर्ल्ड कप अमेरिका और वेस्टइंडीज में होना है। ऐसे में वनडे के लिए करीब 1 साल और टी-20 वर्ल्ड कप के लिए 2 साल बचे हैं। टीम मैनेजमेंट चाहता है कि इन दोनों वर्ल्ड कप के लिए नए सिरे से टीम तैयार की जाए। इसके लिए अभी से तैयारियां की जा रही हैं।

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