राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और सचिवों की बैठक, डोभाल ने अफगानिस्तान को बताया महत्वपूर्ण मुद्दा
NSA Ajit Doval Meeting: दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों, सुरक्षा परिषदों के सचिवों की पहली भारत-मध्य एशिया बैठक हुई, जिसमें NSA अजीत डोभाल ने कहा कि भारत के निमंत्रण को स्वीकार करना आपकी ओर से हमारी उपहार को स्वीकार कर सहृदयता का प्रमाण है और यह चर्चा को समृद्ध बनाता है। मध्य एशिया हमारा विस्तारित पड़ोसी है। हम महान मंथन और अंतरराष्ट्रीय संबंधों और भविष्य के बारे में अनिश्चितता के समय मिले हैं। एक शांतिपूर्ण, सुरक्षित और समृद्ध मध्य एशिया हमारे साझा हित में है।
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राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों, सुरक्षा परिषदों के सचिवों की पहली भारत-मध्य एशिया बैठक में NSA अजीत डोभाल ने कहा कि अफगानिस्तान हम सबके लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। तत्काल प्राथमिकताओं और आगे के रास्ते के संबंध में भारत की चिंताएं और इस जुड़े उद्देश्य हम सभी के आगे हैं। अफगानिस्तान सहित क्षेत्र में आतंकवादी नेटवर्क का बना रहना भी गहरी चिंता का विषय है। वित्तपोषण आतंकवाद का जीवन है और आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करना हम सभी के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए। (NSA Ajit Doval Meeting)
In a message to Pakistan at India-Central Asia NSAs meet, NSA Ajit Doval says, "should honour all UN members to fulfil obligations enshrined in relevant counter terror conventions & refrain from providing support to entities involved in terror attacks" pic.twitter.com/DrSZUmSyB9
— Sidhant Sibal (@sidhant) December 6, 2022
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्यों को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल संस्थाओं को सहायता प्रदान करने से बचना चाहिए। मध्य एशिया के साथ कनेक्टिविटी भारत के लिए एक प्रमुख प्राथमिकता है। हम इस क्षेत्र में सहयोग, निवेश और संपर्क निर्माण के लिए तैयार हैं। कनेक्टिविटी का विस्तार करते समय यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि पहल सलाहकारी, पारदर्शी और सहभागी हों। (NSA Ajit Doval Meeting)
Delhi | NSA Ajit Doval welcomes dignitaries to the first India-Central Asia meeting of the National Security Advisers/Secretaries of Security Councils. The meeting will begin shortly. pic.twitter.com/W7lqc2YiGE
— ANI (@ANI) December 6, 2022
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यानी UNSC में भारत ने आतंकवाद को एक बार फिर दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा- आतंकवाद को जीरो टॉलरेंस अप्रोच से खत्म किया जा सकता है। इराक के मुद्दे पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इराक में सरकार और लोग इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवेंट आतंकी समूह से लड़ रहे हैं। टेररिज्म ग्लोबल चैलेंज है। टेरेरिज्म का खतरा बहुत तेजी से बढ़ रहा है और इससे दुनिया का कोई भी हिस्सा अछूता नहीं रहा। इसे रोकने के लिए हमें जीरो टॉलरेंस अप्रोच अपनानी होगी। कंबोज ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया। (NSA Ajit Doval Meeting)