भीषण सड़क हादसा : ट्रक को ओवरटेक करते व सामने से आ रही बाइक भिंड़त, तीन गंभीररूप से घायल

बलौदा बाजार जिले के पलारी थाना में जायसवाल डाबा के सामने भीषण सड़क हादसा हुआ हैं।  बलौदाबाजार की ओर से दो ट्रक रायपुर जा रहा था जो खुद ओवरटेक करते हुए आगे बढ़ रहा था । जिससे पीछे से आ रही बाइक तीन सवारी ओवरटेक करते हुए ट्रक से टकराकर सामने से आ रही बाइक से टकरा गया, जिससे बाइक सवार तीनों युवक ठोकर के बाद ट्रक के नीचे आ गए।जिसमे एक का दोनो पैर घुटने के नीचे तक कुचल गया है। जबकि दूसरे युवक का सिर और सीने में गंभीर चोट आई है तो तीसरे व्यक्ति जो लास्ट में बैठा था उसके भी पैर में चोट है। तो वही सामने से परिवार सहित आ रहे युवक सनत कुमार के पैर में चोट आया है, जबकि पत्नी और बच्चे ठोकर से दूर जा गिरे। (Road Accident)

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प्राप्त जानकारी अनुसार घटना पलारी कॉलेज मोड़ पर जायसवाल डाबा के पास रात्रि करीब 7.30 बजे का है। जब संतोष धुव्र ,नरेश धुव्र, मनराखन धुव्र बिनोरी से एक बाइक पर पलारी आ रहे थे जो सामने बलौदाबाजार से रायपुर जा रहे दो ट्रक जो आपस में एक दूसरे को ओवर टेक कर रहे थे। वही पीछे से आ रहे बाइक सवार युवक ने ट्रक को ओवरटेक कर आगे बढ़ने लगा। तभी परिवार के साथ बाइक पर रायपुर की ओर से बलौदा बाजार जा रहे युवक सनत कुमार बघेल को बिनौरी से पलारी जा रहे बाइक सवार युवकों ने ट्रक से टकराते हुए बाइक को टक्कर मार दिया और ट्रक के नीचे जा गिरे। गंभीररुप से चोट आने से कोई भी घायलों के पास नही जा रहे थे वही घटना के बाद दोनों ट्रक फरार हो गया। Road Accident

उसी समय पीछे से बलौदाबाजार जिला अस्पताल से वापस घर पलारी लौट रहे डॉ देवेश वर्मा ने बीच सड़क में पड़े घायलों को देखकर रुके और फिर वहीसड़क पर पड़े 6 घायलों की कोई मदद करने की हिम्मत नही जुटा पा रहे थे तभी डॉ देवेश वर्मा ने अपनी गाड़ी रोक कर आसपास के लोगो को बुलाकर सभी घायलों की मदद करने बोला और खुद घायल लोगो का जुगाड़ से ही उपचार कर अपनी गाड़ी से वापस 15 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल ले जाकर डियूटी डॉ के साथ घायलों का उपचार किया।

घायलों का जान बचाना जरूरी था इसलिए जुगाड़ से उपचार करना मजबूरी था : डॉ देवेश वर्मा

वही इस संबध में डॉ देवेश वर्मा ने कहा की घायल युवक जिसका दोनो पैर ट्रक के पहिए से बुरी तरह कुचल गया था और उनके पैर से बहुत ज्यादा खून बह रहा था जिसे घायल की जान बचाने के लिए खून रोकना जरूरी था। आसपास के लोग डर के कारण कोई मदद के लिए सामने नहीं आए थे। सड़क पर करीब 5 मिनट तक घायल तड़फ रहे थे तो मैं डॉक्टर होने के नाते वहा पर रुककर घायलों का उपचार घटना स्थल पर पड़े गमझे को फाड़ कर घुटने के नीचे को बांधकर खून को बहने से रोकने का प्रयास किया जिसके बाद 108 को बुलाकर और खुद की गाड़ी से घायलों को जिला अस्पताल ले जाकर उनका उपचार किया गया। वही घायलों की हालत ज्यादा खराब है। Road Accident

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