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छत्तीसगढ़ : दाऊ मंदराजी लोक कला सम्मान : 11 अक्टूबर तक कर सकते हैं आवेदन, पढ़ें पूरी प्रकिया

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रायपुर : छत्तीसगढ़ लोककला की पहचान, दाऊ दुलार सिंह मंदरा जी का जन्म राजनांदगांव जिले मुख्यालय से 5 किलोमीटर की दुरी पर स्थित ग्राम रवेली में हुआ था। उनका जन्म 1 अप्रैल 1911 को संपन्न एक मालगुजार परिवार हुआ था। मंदरा जी मृत्यु 24 सितम्बर 1984 को हुआ था। छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा उन्ही की स्मृति में राज्य स्तरीय ‘दाऊ मंदराजी लोक कला सम्मान’ दिया जाता हैं।

छत्तीसगढ़ शासन द्वारा छत्तीसगढ़ की लोक कला के क्षेत्र में दीर्घ साधना तथा उपलब्धियों को सम्मानित करने, मान्यता देने एवं प्रतिष्ठित करने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय ‘दाऊ मंदराजी लोक कला सम्मान’ स्थापित किया गया है। जिसके लिए प्रविष्टियां/अनुशंसाएं आमंत्रित की गई है। प्रविष्टियां संबंधी जानकारी संस्कृति एवं पुरात्तव विभाग की वेबसाईट www.cgculture.in पर देखी जा सकती है। प्रविष्टियों की अंतिम तिथि 11 अक्टूबर है, तथा प्रविष्टियां विभाग के मेल आईडी rajyaalankaranculture@gmail.com  पर स्वीकार की जाएगी।

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संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार चयन समिति की अनुशंसा पर शासन द्वारा अंतिम रूप से घोषित एक व्यक्ति/संस्था को दो. लाख रूपये नगद और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा। सम्मान के लिए निम्नानुसार अपेक्षाओं की पूर्ति करते हुए प्रविष्टियां ईमेल पर आमंत्रित की जाती है।

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स्वयं अथवा आपके द्वारा सम्मान हेतु नामंकित किए जाने वाले लोक कलाकार/संस्था का नाम, पूर्ण परिचय व पता, लोक कला के क्षेत्र में किए गए कार्यो का सप्रमाण विवरण, पूर्व में अन्य कोई सम्मान प्राप्त हुआ हो तो उसका विवरण, चयन होने की स्थिति में सम्मान ग्रहण करने के संबंध में चयनित लोक कलाकार/संस्था की लिखित सहमति आवश्यक होगी। प्रविष्टियों के लिए ई मेल में विषय-‘दाऊ मंदराजी लोक कला सम्मान 2021‘ स्पष्ट अंकित किया जावे। मेल का आकार 10 एम.बी. तथा पीडीएफ, इमेज सहित ए-4 साई कुल 20 पेज अधिकतम स्वीकार होंगी। प्रस्तुत की गई प्रविष्टियां के संबंध में कोई भी पत्रचार मान्य नहीं होगा।

( दाऊ मंदराजी लोक कला सम्मान )

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