रायपुर। छत्तीसगढ़
राजधानी रायपुर समेत पुरे जिले में लगातार डेंगू का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। डेंगू ने रायपुर जिले में 200 का आंकड़ा पार कर लिया है। बुधवार को रायपुर में डेंगू के 20 नए मरीज मिले हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक डेंगू के लिए अगस्त और सितम्बर का महीना पीक महीना माना जाता है। अगस्त के महीने में अब तक 145 के करीब मरीज मिल चुके हैं।
हर दिन मिल रहे 8 मरीज
डेंगू का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। मरीजों की संख्या के हिसाब से हर दिन डेंगू के करीब 8 नए मरीज मिल रहे हैं। जुलाई में रामकुंड, रामनगर जैसे इलाके में 47 केस मिले थे। जबकि इससे पहले जनवरी से जून के बीच में केवल 25 ही मरीज मिले थे। डेंगू के मामले छत्तीसगढ़ में फिलहाल बढ़ रहे हैं। यही नहीं कोरोना जैसी महामारी को डेंगू ने पीछे छोड़ दिया है। डेंगू के ज्यादातर मरीज छोटे बच्चे हैं। बुधवार को मिले नए मामलों में 4 बच्चे शामिल हैं। पिछले तीन दिनों में शहर में 12 से अधिक बच्चे डेंगू पॉजिटिव आये हैं। रायपुर के गुढ़ियारी, पहाड़ीनगर, पुरानी बस्ती में बच्चों में डेंगू का संक्रमण मिल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को रामसागरपारा के 307 घरों में दस्तक देकर सोर्स डिटेक्शन की कार्रवाई की और कूलर, टायर और अन्य स्थानों में जमें पानी को खाली करवाया। यह टीम आज टिकरापारा इलाके में दस्तक देगी।
कैसे करें इसका बचाव
अगर बच्चों को बुखार के साथ पेट में दर्द, उल्टी जैसी शिकायत हो तो तुरंत ही डेंगू की करवानी चाहिए। ताकि डेंगू हुआ है या सामान्य वायरल पता लगाया जा सके। बीमारी का जितना जल्दी पता चलेगा, इलाज उतनी ही जल्दी हो पायेगा। डेंगू का मच्छर दिन के समय काटता है और वह जमे हुए पानी में पनपता है। ज्यादातर पेरेंट्स का ध्यान दिन के समय मच्छर के ऊपर नहीं जाता।
अगर कबाड़ में जमा पानी तो होगा जुर्माना
राजधानी में लगातार बढ़ रहे डेंगू के रोकथाम करना बहुत जरुरी है। इसीलिए नगर निगम की टीम घर-घर जाकर पानी के जमाव को रोकने का प्रयास कर रही है। क्योकि ऐसे ही पानी में डेंगू फ़ैलाने वाले मच्छर के लार्वा का जन्म होता है। अब निगम ने तय किया है की जो लोग अपने घरों की छतों या आंगन में से पुराने टायर, कूलर. प्लास्टिक के डब्बे या ऐसी चीजों को नहीं हटाएंगे जिनमें साफ़ पानी इकट्ठा होता है, उनपर जुर्माना लगाया जायेगा। यह अभियान आज से शुरू किया जा रहा है।