PM Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से की ‘मन की बात’, कहा- लोगों से छीना गया था जीने का अधिकार…
PM Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 90वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने इमरजेंसी का जिक्र किया और कहा कि उस दौरान देश के नागरिकों से सारे अधिकार छीन लिए गए थे, उसमें जीने का अधिकार भी शामिल है। PM मोदी ने कहा कि ‘मैं आज की पीढ़ी के नौजवानों से एक सवाल पूछना चाहता हूं और मेरा सवाल बहुत गंभीर है। क्या आपको पता है कि आपके माता-पिता जब आपकी उम्र के थे तब एक बार उनसे जीवन का भी अधिकार छीन लिया गया था। ये सालों पहले 1975 में जून की बात है जब इमरजेंसी लगाई गई थी।
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उसमें भारतीयों से सभी अधिकार छीन लिए गए थे। उसमें से एक अधिकर संविधान के आर्टिकल 21 के तहत सभी भारतीयों को मिला ‘RIGHT TO LIFE AND PERSONAL LIBERTY’ भी था। उस समय भारत के लोकतंत्र को कुचल देने का प्रयास किया गया था। देश की अदालतें, हर संवैधानिक संस्था, प्रेस सब पर नियंत्रण लगा दिया गया था। सेंसरशिप की ये हालत थी कि बिना स्वीकृति कुछ भी छापा नहीं जा सकता था। (PM Mann Ki Baat)
उसमें भारतीयों से सभी अधिकार छीन लिए गए थे। उसमें से एक अधिकर संविधान के आर्टिकल 21 के तहत सभी भारतीयों को मिला 'RIGHT TO LIFE AND PERSONAL LIBERTY' भी था। उस समय भारत के लोकतंत्र को कुचल देने का प्रयास किया गया था: मन की बात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2022
मन की बात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि- कई कोशिशों, हजारों गिरफ्तारियों और लाखों लोगों पर अत्याचार के बाद भी लोगों का लोकतंत्र से विश्वास कम नहीं हुआ। लोगों में सदियों से लोकतंत्र की जो भावना रग-रग में है अंत में जीत उसी की हुई। भारत के लोगों ने लोकतांत्रिक तरीके से ही इमरजेंसी को हटाकर वापस लोकतंत्र की स्थापना की। तानाशाही की मानसिकता को, तानाशाही वृति-प्रवृत्ति को लोकतांत्रिक तरीके से पराजित करने का ऐसा उदाहरण पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है। इमरजेंसी के दौरान देशवासियों के संघर्ष का, गवाह रहने का, साझेदार रहने का, सौभाग्य, मुझे भी मिला था- लोकतंत्र के एक सैनिक के रूप में। (PM Mann Ki Baat)
कई कोशिशों, हजारों गिरफ़्तारियों और लाखों लोगों पर अत्याचार के बाद भी लोगों का लोकतंत्र से विश्वास कम नहीं हुआ। लोगों में सदियों से लोकतंत्र की जो भावना रग-रग में है अंत में जीत उसी की हुई। भारत के लोगों ने लोकतांत्रिक तरीके से ही इमरजेंसी को हटाकर वापस लोकतंत्र की स्थापना की: PM pic.twitter.com/JpASzP17FN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2022
आपातकाल के उस भयावह दौर को न भूलें: PM
PM ने कहा कि- आज, जब देश अपनी आजादी के 75 साल का पर्व मना रहा है, अमृत महोत्सव मना रहा है। हमें आपातकाल के उस भयावह दौर को भी कभी भी भूलना नहीं चाहिए। आने वाली पीढ़ियों को भी भूलना नहीं चाहिए। अमृत महोत्सव सैकड़ों सालों की गुलामी से मुक्ति की विजय गाथा ही नहीं, बल्कि, आजादी के बाद के 75 सालों की यात्रा भी समेटे हुए है। इतिहास के हर अहम पड़ाव से सीखते हुए ही, हम, आगे बढ़ते हैं। (PM Mann Ki Baat)
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— Narendra Modi (@narendramodi) June 26, 2022