परीक्षा पे चर्चा में छात्रों से PM मोदी ने कहा- मोबाइल की तरह शरीर को रिचार्ज करें, रील्स के चक्कर में नींद मत गंवाओ

Pariksha Pe Charcha 2024: पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में 7वीं बार परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम को संबोधित किया . बच्चों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आप लोग जिस जगह पर बैठे हैं वहां दुनिया के दिग्गज नेता चर्चा कर चुके हैं.

इस इवेंट में 3000 विद्यार्थाी शामिल हुए हैं. देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों से 2 विद्यार्थी और 1 टीचर ऑनलाइन जुड़े हैं. इसके अलावा 100 एकलव्य स्कूलों के बच्चे में भी इवेंट में शामिल हुए हैं.

यह भी पढ़े :- Kawardha Murder Case : मृतक साधराम यादव के घर पहुंचे बागेश्वर वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, कुछ दिन पहले हुई है हत्या

छात्रों से चर्चा (Pariksha Pe Charcha 2024) के दौरान पीएम मोदी से एक बच्चे ने सवाल किया कि परीक्षा की तैयारी के दौरान बाहरी दबाव से कैसे बचे? इसका जवाब देते हुए पीएम ने कहा कि दबाव तो आता रहता है. पीएम ने बताया कि एक दबाव ऐसा होता है जो हम स्वयं अपने लिए तैयार करते हैं. ऐसे में हमें खुद को स्ट्रैच करने से बचना चाहिए.

पीएम मोदी ने माता-पिता को सुझाव देते हुए बताया कि बच्चों में आपस में कभी भी काॅम्पटीशन नहीं करें. यहीं काॅम्पटीशन जहर का काम करता है. इससे बच्चों में द्वेष का भाव आता है. पीएम ने कहा कि कभी माता-पिता दोनों ही बच्चों को सीख देते हैं. इससे बचना चाहिए. इससे भी बच्चों पर अनावश्यक दबाव पड़ता है.

बच्चों को सीख- किसी से ईर्ष्या नहीं करें
पीएम मोदी ने बच्चों से बात करते हुए कहा कि आपको किसी से प्रतिस्पर्धा नहीं करनी है. बल्कि ऐसे प्रतिभावान दोस्त बनाने हैं ताकि आप भी उनके जैसे बन सके. आप अपने मन में कभी भी ईर्ष्या के भाव को मत आने दीजिए.

‘अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद जरूरी’
प्रधानमंत्री से एक छात्र ने सवाल किया कि पढ़ाई के साथ-साथ हमारे लिए व्यायाम और खेल कितना जरूरी है। इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह मोबाइल को इस्तेमाल करने के लिए उसे चार्जिंग और रिचार्ज की जरूरत है, ठीक वैसे ही हमारे शरीर को रिचार्ज करना जरूरी है। स्वस्थ रहना सबसे जरूरी है। अगर हम स्वस्थ नहीं रहेंगे तो परीक्षा में बैठने की सामर्थ्य नहीं होगी। कभी कभी सूर्य के प्रकाश में बैठिए। इसके अलावा नींद को महत्व दें, परीक्षा से पहले अच्छी नींद जरूरी है। इसलिए जब भी मम्मी बोलें सो जाओ तो सोना चाहिए। रील्स पर समय बिगाड़ने से नींद को कम आंक रहे हैं।

‘पढ़ने के साथ-साथ लिखने की प्रैक्टिस जरूर करें’
प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों को टिप्स देते हुए कहा कि आजकल लोगों की लिखने की आदत कम हो गई है। हम आईपैड वगैरह पर ज्यादा वक्त बिताते हैं। लेकिन जितना लिखेंगे उतनी ही अच्छी तैयारी होगी और कॉन्फीडेंस भी बढ़ेगा। इसलिए आप दिन में जितनी देर पढ़ते हैं उसका कम से कम आधा वक्त नोट्स बनाने में लगाएं। इससे आपको आइडिया लग जाएगा कि परीक्षा में कितनी देर में क्या आंसर लिखना है। अगर आपको तैरना आ जाएगा तो पानी में उतरने में डर नहीं लगेगा, ठीक वैसे ही जब आप लिखने की प्रैक्टिस करेंगे तो आपको टाइम मैनेजमेंट आ जाएगा और जाहिर तौर पर परीक्षा परिणाम में इसका असर दिखेगा। 

पीएम मोदी ने टीचरों को क्या टिप्स दिए?
प्रधानमंत्री मोदी ने शिक्षकों को टिप्स देते हुए कहा कि बच्चों के तनाव को कम करने में शिक्षक की अहम भूमिका होती है। इसलिए शिक्षक और छात्रों के बीच हमेशा सकारात्मक रिश्ता रहना चाहिए। शिक्षक का काम सिर्फ जॉब करना नहीं, बल्कि जिंदगी को संवारना है, जिंदगी को सामर्थ्य देना है, यही परिवर्तन लाता है। परीक्षा के तनाव को विद्यार्थियों के साथ-साथ पूरे परिवार और टीचर को मिलकर एड्रेस करना चाहिए। अगर जीवन में चुनौती और स्पर्धा ना हो, तो जीवन प्रेरणाहीन और चेतनाहीन बन जाएगा। इसलिए कॉम्पटिशन तो होना ही चाहिए, लेकिन हेल्दी कॉम्पटिशन होना चाहिए। (Pariksha Pe Charcha 2024)

Related Articles

Back to top button