लाल डायरी ने मचाया राजस्थान की राजनीति में बवाल, जानिए क्या है इसका राज…

Rajasthan Lal Diary: राजस्थान की गहलोत कैबिनेट में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा सरकार पर हमलावर हो गई है। इस बीच वे विधानसभा पहुंचे, जहां जमकर हंगामा हुआ। पहले तो उन्हें विधानसभा के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया, लेकिन जब वे सदन में पहुंचकर स्पीकर के सामने लाल डायरी लहराने लगे तो इसके बाद स्पीकर सीपी जोशी आग-बबूला हो गए। उन्होंने मार्शलों को आदेश देकर गुढ़ा को सदन से बाहर करवा दिया।

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सदन से बाहर निकले जाने के बाद गुढ़ा रोने लगे। उन्होंने सरकार के मंत्रियों पर उन्हें पीटने का आरोप लगाते हुए कहा कि सबने मिलकर उनकी पिटाई की। गुढ़ा ने कहा कि लगभग 50 लोगों ने मुझ पर हमला किया, मुझे मुक्का मारा, लात मारी और कांग्रेस नेताओं ने मुझे विधानसभा से खींचकर बाहर निकाल दिया। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष ने मुझे बोलने तक नहीं दिया। मेरे ऊपर आरोप लगे कि मैं BJP के साथ हूं। मैं जानना चाहता हूं कि मेरी गलती क्या है? (Rajasthan Lal Diary)

इधर, राजेंद्र सिंह गुढ़ा को मौजूदा सत्र से सस्पेंड कर दिया गया है। वे संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल का माइक खींच रहे थे।दरअसल, धारीवाल गुढ़ा को सदन से बाहर निकालने का प्रस्ताव रख रहे थे। इसी पर दोनों में तकरार हो गई। कांग्रेस विधायक रफीक खान बीच में आए तो रफीक और गुढ़ा के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई हो गई। इसके बाद स्पीकर ने गुढ़ा को सदन से बाहर निकालने के आदेश दिए और मार्शल बुलाकर उन्हें सदन से निकलवा दिया। गुढ़ा ने कहा कि पहले CM साहब ने रसगुल्ले दिए थे, आज घूसे मार दिए। गुढ़ा के अलावा भाजपा विधायक मदन दिलावर को भी निलंबित कर दिया गया। अब वे विधानसभा की कार्यवाही में भाग नहीं ले सकेंगे। उन्हें विधायक के तौर पर मिलने वाली सुविधाएं भी फ्रीज रहेंगी। (Rajasthan Lal Diary)

राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं उस लाल डायरी के माध्यम से बताना चाह रहा हूं कि किस तरीके से कांग्रेस के नेताओं के ऊपर फिल्में बन रही हैं। मेरे पास वो डायरी थी, वो डायरी मेरे से छीन ली गई। मुझे लात-घूंसे मारकर जमीन पर पटक दिया। गुढ़ा ने कहा कि गहलोत साहब आपने गुंडागर्दी करके वो डायरी का आधा पार्ट मेरे से छीन लिया और आधा पार्ट मेरे पास अभी और है। इस पार्ट के अंदर आपके सारे काले कारनामे हैं, जो आपने विधायकों को क्या दिया, राज्यसभा चुनाव में आपने उन विधायकों को क्या दिया, किस-किस को प्रलोभन दिया, क्रिकेट के चुनाव में आपने किस-किसको पैसे दिए, उसका खुलासा मैं आगे भी करूंगा। (Rajasthan Lal Diary)

गुढ़ा लाल डायरी का जिक्र गुढ़ा दो महीने पहले भी कर चुके हैं और अब एक बार फिर उस डायरी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वे इस डायरी के राज खोलेंगे। इस डायरी को लेकर राजनीतिक गलियारों में बड़ी उत्सुकता है। सब यह जानने को बेताब हैं कि आखिर इस डायरी में ऐसा क्या है। डायरी CM अशोक गहलोत के सबसे नजदीकी नेता धर्मेंद्र राठौड़ की है, जिसमें वो हर दिन के मूवमेंट को अपनी डायरी में नोट करते हैं। नवंबर 2020 में धर्मेंद्र राठौड़ के ठिकानों पर इनकम टैक्स की रेड पड़ी थी। उस दिन राठौड़ के आवास पर दो डायरियां मिली थी। एक डायरी इनकम टैक्स के अधिकारियों ने जब्त कर ली, लेकिन दूसरी डायरी राजेंद्र गुढ़ा के हाथ लग गई। (Rajasthan Lal Diary)

इसी लाल डायरी को लेकर बड़े खुलासे होने के दावे किए जा रहे हैं। गुढ़ा का दावा है कि जो डायरी उनके हाथ लगी है उनमें सियासी संकट के बड़े राज छिपे हुए हैं। जुलाई 2020 में जब तत्कालीन उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस विधायक सचिन पायलट ने अपने समर्थकों के साथ बगावती तेवर दिखाए थे। तब गहलोत सरकार संकट में आ गई थी। संकट काल में गहलोत ने सरकार को बचाने के लिए क्या क्या जतन किए। इसके राज इस डायरी में लिखे हुए बताए जा रहे हैं। संकटकाल के दौरान धर्मेन्द्र राठौड़ ही गहलोत के हर टास्क को पूरा करते थे। मैनेजमेंट का जिम्मा उन्हीं के पास था। ऐसे में धर्मेन्द्र राठौड़ हर घटनाक्रम डायरी में लिखते थे। ऐसे में गुढ़ा के हाथ लगी यह डायरी अब सियासी संकट के राज खोलने वाली है। (Rajasthan Lal Diary)

‘डायरी को जलाने के लिए पूछते थे गहलोत’

गुढ़ा का कहना है कि जब उन्होंने राठौड़ के घर से डायरी लाने का टास्क पुरा किया था। तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तारीफ करते हुए बधाई दी थी। इसके बाद गहलोत ने इस डायरी को जलाने के लिए कहा था। गुढ़ा का कहना है कि CM गहलोत कई बार उन्हें कॉल करके ये पूछते रहे हैं कि उस डायरी को जलाया या नहीं। गुढ़ा के इस दावे के बाद इस रहस्यमयी डायरी को लेकर उत्सुकता और बढ़ गई है। हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर इस डायरी में ऐसा क्या छिपा है, जिसके कारण गहलोत इस डायरी को नष्ट करना चाहते थे। उन्होंने ने कहा कि अगर मैं लाल डायरी नहीं निकालता तो CM गहलोत जेल में होते। (Rajasthan Lal Diary)

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