खराब मौसम के चलते रोकी गई चारधाम यात्रा, केदारनाथ में बर्फबारी जारी

Chardham Yatra latest News: केदारनाथ और बद्रीनाथ में भारी बर्फबारी हो रही है, जिसकी वजह से तीर्थ यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं निचले इलाकों में बारिश के कारण सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर जमा हो गए, जिसके चलते चार धाम यात्रा रोक दी गई है। यात्रियों से आस-पास के शहरों में रहने की अपील की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक NIT उत्तराखंड के पास और बद्रीनाथ बस स्टैंड के पास जहां चार धाम यात्रियों को रोका जा रहा है, वहां चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं।

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श्रीनगर SHO रवि सैनी ने कहा कि श्रीनगर गढ़वाल में पुलिस ने NIT उत्तराखंड के पास और बद्रीनाथ बस स्टैंड के पास चेकिंग पॉइंट बनाए हैं, जहां चार धाम यात्रियों को रोका जा रहा है और जिन लोगों ने रात ठहरने के लिए ऑनलाइन बुकिंग की है उन्हें रुद्रप्रयाग की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी, लेकिन जिन यात्रियों ने बुकिंग नहीं कराई है। उन्हें पास श्रीनगर में ही रहने की अपील की जा रही है। पुलिस का कहना है कि श्रीनगर में ठहरने के पुख्ता इंतजाम हैं। यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। जब मौसम साफ हो जाए तो सभी अपनी यात्रा जारी रख सकते हैं। (Chardham Yatra latest News)

वहीं इससे पहले शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रद्धालुओं को सलाह दी थी कि वे कोविड-19 समेत सभी मेडिकल टेस्ट पास करने के बाद ही तीर्थ यात्रा की योजना बनाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा एक SOP जारी की गई है और इस साल तीर्थ यात्रा करने वालों को इसका पालन करने की आवश्यकता है। गुरुवार सुबह जैसे ही बदरीनाथ धाम के कपाट तीर्थयात्रियों के लिए खुले, पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर की गई। (Chardham Yatra latest News)

वैदिक श्लोकों के उच्चारण के बीच बदरीनाथ धाम के कपाट खुले। पवित्र मंदिर के औपचारिक उद्घाटन को देखने के लिए हजारों श्रद्धालु मौजूद थे। गुरुवार सुबह चार बजे कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू हुई। अधिकारियों ने बताया कि कुबेर-जी, श्री उद्धव-जी और गाडू घड़ा को दक्षिण द्वार से मंदिर परिसर में लाया गया। उत्तराखंड के गढ़वाल का सबसे पश्चिमी मंदिर यमुनोत्री है। यमुनोत्री यमुना नदी का उद्गम स्थल है। ये देवी यमुना मंदिर और जानकी चट्टी के पवित्र तापीय झरनों के लिए जाना जाता है। यमुना मंदिर का निर्माण टिहरी गढ़वाल के महाराजा प्रताप शाह ने करवाया था। (Chardham Yatra latest News)

बता दें कि उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल यानी अक्षय तृतीया के दिन से हुई है। गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 22 अप्रैल को खुल गए। केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल और बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खोले गए। हालांकि बारिश और बर्फबारी के कारण यात्रा रोक दी गई है। बता दें कि बीते साल 90 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। इसलिए इस बार विभिन्न स्थानों पर हेल्थ यूनिट्स तैनात किए गए हैं, जो यात्रियों की चेकिंग कर रहे हैं। (Chardham Yatra latest News)

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