CM Uddhav: महाराष्ट्र में सियासी हलचल जारी, मुख्यमंत्री उद्धव ने परिवार के साथ छोड़ा CM हाउस

CM Uddhav: महाराष्ट्र में सियासी घमासान तेज हो गई है। इसी बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने सामान के साथ सरकारी आवास वर्षा छोड़ दिया है। उनका सामान सरकारी आवास से मातोश्री शिफ्ट किया गया है। सरकारी आवास से निकलते वक्त CM ने वहां मौजूद लोगों को अभिवादन भी किया। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे भी अपनी मां रश्मि ठाकरे और भाई तेजस ठाकरे के साथ सरकारी आवास से निकले। जाते वक्त उन्होंने कुछ नहीं कहा और सिर्फ मुस्कराते हुए निकल गए। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद रहे। समर्थकों ने CM के निकलते वक्त ‘उद्धव तुम आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ हैं’ के नारे भी लगाए। इसके अलावा बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता मुंबई में अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर इकट्ठा हुए।

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बता दें कि उद्धव ठाकरे ने बुधवार को आवास से निकलने से कुछ देर पहले महाराष्ट्र की जनता को संबोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एकनाथ शिंदे और उनके गुट के विधायकों का नाम लिए बगैर कहा कि अगर बागी विधायक उनसे यह कहते हैं कि वह उन्हें (ठाकरे) मुख्यमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहते तो वह अपना पद छोड़ने के लिए तैयार हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैंने हमेशा अपनी जिम्मेदारियों को निभाया है। मैं सीएम पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। अगर मेरे अपने लोग ही मुझे सीएम पद पर नहीं चाहते हैं तो मैं क्या कह सकता हूं? उन्होंने बागी विधायकों से कहा कि मैं अपना इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। मेरे सामने आओ और मैं अपना इस्तीफा सौंप दूंगा। वह इस्तीफा राजभवन ले जाओ, मैं नहीं जा सकता क्योंकि मुझे कोविड है। (CM Uddhav)

इधर, महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार का जाना लगभग तय माना जा रहा है। मुमकिन है कि आज स्थिति और साफ हो जाएगी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने CM हाउस ‘वर्षा’ खाली कर दिया हैं। ये कदम उन्होंने तब उठाया, जब एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट कह दिया कि शिवसेना का गठबंधन से बाहर आना बेहद जरूरी है, क्योंकि इसमें पार्टी खुद ही कमजोर हो रही है और राकांपा-कांग्रेस मजबूत।

उद्धव के इस कदम की दो अहम वजहें भी मानी जा रही हैं। पहली- शरद पवार की सलाह कि CM शिंदे को ही बना दो। दूसरी- शिंदे खेमे का लगातार मजबूत होना, जिनके गुवाहाटी स्थित गढ़ में बागी विधायकों की संख्या 39 पहुंच चुकी है। बुधवार की अलसुबह शिंदे बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में आ जमे। इसके बाद कुछ और विधायक भी उनके पास पहुंचे। कांग्रेस, राकांपा के विधायकों और मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों की बैठकों और चिंतन का दौर शुरू हो गया। कांग्रेस में कमलनाथ ने जिम्मा संभाला और शरद पवार ने राकांपा का। ट्विस्ट भी दिखा, जब कमलनाथ ने उद्धव से मिलने का वक्त मांगा, पर कोरोना का हवाला देकर उद्धव ने मुलाकात टाल दी। (CM Uddhav)

राउत ने दिए विधानसभा भंग होने का संकेत

सबसे ज्यादा हलचल मची राउत के बयान से। वे आए और आशंका जाहिर की कि महाराष्ट्र विधानसभा भंग होने की ओर बढ़ रही है। हालांकि, दिनभर में उनके बयान कभी इस ओर तो कभी उस ओर होते रहे। शाम को बोले कि मुख्यमंत्री तो उद्धव ठाकरे ही रहेंगे। अगली सुर्खियां नितिन देशमुख ने बटोरीं। वे सूरत के होटल में थे और फिर मारपीट और खराब तबीयत की खबरों के दौरान अस्पताल पहुंचे थे। वे बुधवार को सूरत से भागकर नागपुर पहुंचे। आरोप लगाया- मुझे अस्पताल ले जाने के बाद 20 से 25 लोगों ने जबरन इंजेक्शन लगाया। वे इंजेक्शन क्या थे, मुझे नहीं पता। मुझे बेहोश करने की कोशिश की गई, जिससे मैं कुछ समझ नहीं पाऊं। मैं उद्धव ठाकरे का शिवसैनिक था, शिवसेना में रहूंगा।

एक घंटे में सुधरी उद्धव की तबीयत

बड़े सियासी संकट के बीच उद्धव ने कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई पर कोरोना के चलते वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इससे जुड़े। इसके बाद शिवसेना ने पार्टी विधायकों को व्हिप जारी कर शाम 5 बजे सेना भवन में इकट्ठा होने का फरमान सुनाया। कहा- गैरमौजूदगी की स्थिति में एक्शन लिया जाएगा। शिवसेना का व्हिप जारी हुए 50 मिनट हुए होंगे, शिंदे ने एक और बम फोड़ा। व्हिप को अवैध बताते हुए चीफ व्हिप की पोस्ट पर अपने साथी भरत गोगावला को बैठा दिया। सीधा संकेत था कि सरकार के साथ उद्धव के सामने अपनी ही पार्टी शिवसेना का संकट भी खड़ा हो गया है। शिंदे ने सीधे-सीधे शिवसेना पर ही दावा ठोक दिया था।

उद्धव ने शिंदे को प्रपोजल भेजा

शिंदे के पार्टी पर दावा ठोकने के करीब एक घंटे बाद पौने छह बजे उद्धव फेसबुक पर लाइव आए। कहा था कि जनता से बात करेंगे, लेकिन हर जुमले में शिंदे और बागियों से ही मुखातिब हुए। बोले- मुख्यमंत्री क्या, पार्टी प्रमुख का पद छोड़ने को तैयार हूं पर शिवसेना विधायक बोलें तो.. और शिंदे सामने आकर यह बात करें। उद्धव के फेसबुक लाइव के बाद शरद पवार और सुप्रिया सुले मुलाकात करने पहुंचे। पवार ने सलाह दी कि शिंदे को ही मुख्यमंत्री बना दो। इस बीच शिंदे ने अगला दांव खेला। कहा- गठबंधन से बाहर आना शिवसेना के लिए जरूरी है, क्योंकि गठबंधन बेमेल है और शिवसेना कमजोर हो रही है। यह भी कहा कि महाराष्ट्र के हित के लिए कदम उठाना होगा। इस ट्वीट के करीब एक घंटे के बाद 4 और विधायक गुवाहाटी पहुंचे और शिंदे खेमे में शामिल हो गए। विधायकों की कुल संख्या 39 तक पहुंच गई। हाथ से सबकुछ निकलता देख उद्धव ने आखिरकार इमोशनल कार्ड खेला और CM हाउस खाली कर दिया, जिसे लेकर सैकड़ों शिवसैनिकों ने समर्थन में जमकर नारेबाजी की और शिंदे को गद्दार कहा। (CM Uddhav)

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