5 से 14 साल के बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक है कोरोना का Omicron Variant, मचा सकता है तबाही

नई दिल्ली : omicron more harmful ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनिया के सभी देशों में तेजी से फैल रहा है। भारत में भी इसके मरीज लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। एक तरफ ओमिक्रॉन को लेकर लोगों में डर का माहौल है वहीं इससे जुड़े हर नई रिपोर्ट एक्सपर्ट्स को हैरान कर रही है। UK के वैज्ञानिकों की एक नई स्टडी आई है, जिसके results डराने वाले हैं। स्टडी में चेतावनी दी गई है कि अगर सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय नहीं किए गए तो अगले साल अप्रैल तक UK में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट से 25,000 से 75,000 मौतें हो सकती हैं। ये स्टडी लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन और दक्षिण अफ्रीका के स्टेलनबोश यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने की है।

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omicron more harmful इसके अलावा हाल में ही में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) यूरोप ने चेतावनी दी है कि ओमिक्रॉन 5 से 14 साल के बच्चों को तेजी से इन्फेक्ट कर रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार कई देशों में ओमिक्रॉन इन्फेक्शन के मामले बच्चों में 2 से 3 गुना बढ़े हैं। इससे पहले साउथ अफ्रीकी डॉक्टर ने भी ओमिक्रॉन को 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक बताया था। साउथ अफ्रीका के हॉस्पिटल में कोरोना के मरीज, खास कर बच्चों की संख्या में तेजी से बढ़ रही है। इनमें भी 5 साल के छोटे बच्चों को अस्पताल में भर्ती करने की ज्यादा जरूरत पड़ रही है। इसका एक कारण बच्चों को वैक्सीन ना लगाना है। इस वजह से बच्चे इस वैरिएंट की चपेट में आसानी से आ रहे हैं। कई देशों में बच्चों को वैक्सीन वैक्सीन नहीं लगी है। ऐसे में बच्चों में omicron के मामले भी बच्चों में 2 से 3 गुना तक बढ़ गए हैं। ज़्यादातर देशों में अब स्कूल्ज खोले जा चुके हैं। अगर बच्चे स्कूल या कहीं बाहर जाते हैं तो परिवार के सदस्यों को भी omicron का खतरा है।

बता दें कि अगर आपको वैक्सीन नहीं लगी है तो आपको गंभीर बीमारी या मौत होने का खतरा करीबन 10 गुना तक बढ़ जाता है। अब बात कर लेते हैं बच्चों में omicron वैरिएंट के कौनसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं? ये लक्षण बड़ों की तुलना में काफी अलग हैं। इन लक्षणों पर आपको खास ध्यान देना चाहिए। नेशनल हेल्थ सर्विस अमेरिका की रिपोर्ट के अनुसार ओमीक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित बच्चों में तेज़ बुखार, लगातार खांसी आना, थकान, सर दर्द, गले में खराश और भूख ना लगना जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं

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एक राहत देने वाली बात ये हैं कि वीक इम्युनिटी वाले और बुज़ुर्गों की तुलना में बच्चे कम गंभीर बीमार हो रहे हैं। वैसे भारत में बच्चों में अभी ऐसी कोई शिकायत देखने को नहीं मिली है। भारत में अभी तक सिर्फ 3 साल की एक बच्ची में कोरोना का ये नया variant देखने को मिला है और बता दें कि उस बच्ची में सिर्फ हल्के लक्षण ही पाए गए। फिलहाल बच्ची की हालत बेहतर है और उसे कुछ खास तकलीफ नहीं है।

वो कौनसे तरीके हैं जिनसे आप अपने बच्चों को इस भयानक वैरिएंट से बचा सकते हैं?

  • सबसे पहले तो बच्चों की इम्युनिटी को बढ़ाने पर ज़्यादा से ज़्यादा ध्यान दें।
  • बच्चों को मास्क, फेस शील्ड और हैंड sanitizer के साथ ही बाहर भेजे।
  • फल, सब्ज़िया और घर का बना खाना आपके बच्चों को ओमीक्रॉन से बचा सकता है।
  • अगर आपके बच्चे स्कूल जा रहे हैं तो उन्हें सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करने की सख्त हिदायत दे।
  • जो बच्चे बाहर जा रहे हैं उन्हें घर के बुज़ुर्गों से दूर रखिये ताकि वो सुरक्षित रह सकें।
  • बाहर से लौटने पर हाथ-मुँह धोये या नाहा लीजिये जिससे बाहर के जर्म्स घर में न आ पाएं।
  • और सबसे ज़रूरी बात, अगर आपने अबतक वैक्सीन नहीं लगवाई है तो तुरंत वैक्सीन लगवाएं ।
  • उम्मीद है कि बच्चों को भी वैक्सीन लगना जल्द ही शुरू हो जायेगी। मगर तबतक आपको कोविड एप्रोप्रियेट बेहेवियर का कड़ाई से पालन करना है।

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