नववर्ष 2022 : गांव-गांव में शिक्षा का अलख जगाना हैं, बच्चों को आगे बढ़ाना है, देश में प्रगति लाना है : वतन चन्द्राकर
न्यूज डेस्क : जनपद पंचायत आरंग के जनपद सदस्य व चन्द्रनाहू कुर्मी समाज रायपुरराज के अध्यक्ष वतन चन्द्राकर ने नववर्ष 2022 के अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने की बात कही हैं। “जैसे आत्मा के बिना शरीर बारिश के बिना फसल पक नही सकती उसी प्रकार व्यक्ति बिना शिक्षा के कोई भी उपलब्धि हासिल नही कर सकता अत: जीवन मे शिक्षा का उतना ही महत्व है जितना की फसलो के लिए बारिश का हैं।
वतन चन्द्राकर ने आगे कहा, शिक्षा की सबसे बड़ी समस्या गरीबी है। गरीबी के कारण लोग अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दे पाते हैं उनकी अच्छी पढ़ाई के लिए उन्हें विदेश नहीं भेज पाते हैं। धीरे-धीरे अब उच्च शिक्षा इतनी महंगी हो चुकी है कि मध्यम श्रेणी के परिवार के बच्चों का पढ़ना भी बहुत मुश्किल होने लगा है तो गरीब लोग ऐसे मे क्या कर पाएंगे। बेरोज़गारी भी शिक्षा की बहुत बड़ी समस्या है। अशिक्षित होने के कारण लोग कोई काम नहीं मिलता है जिसके कारण वह बेरोज़गारी हो रहे हैं और अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए पैसा इकट्ठा नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने आगे अपील करते हुए कहा, इस नए वर्ष में अपने गांव को देश को समाज को नि:शुल्क शिक्षा, छात्रवृति, सरकारी शिक्षा, इन सब के बारे में जागरूकता फैलाना होगा। जिससे हमारे देश के कोई भी व्यक्ति अशिक्षित ना रहे, हर गांव – गांव में हर प्रकार की शिक्षा उपलब्ध कराई जाए इसके लिए अच्छा व अनुकूल माहौल तैयार किया जाये, जिससे बच्चों को अपने घर छोड़कर बाहर पढ़ने ना जाना पड़े और गांव में ही बच्चों का सर्वांगीण विकास इस दिशा में प्रयास करेंगे।