अब ब्लड के लिए नहीं पड़ेगा भटकना: हर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनेगा ब्लड बैंक

रायपुर, छत्तीसगढ़ : स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने आज राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर रक्तदान माह का शुभारंभ किया। उन्होंने लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करने सिविल लाइन स्थित अपने निवास कार्यालय से ब्लड बैंक प्रचार-प्रसार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

ये प्रचार रथ रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग एवं भिलाई के प्रमुख हाट-बाजारों, मॉल्स, स्कूल एवं कॉलेजों में स्वैच्छिक रक्तदान के लिए नागरिकों को जागरूक करेंगे। उल्लेखनीय है कि रक्तदान को बढ़ावा देने हर वर्ष 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष इसे “Give blood and keep the world beating” थीम पर मनाया जा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने रक्तदान माह का शुभारंभ करते हुए कहा कि सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को अक्टूबर माह को रक्तदान माह के रूप में मनाने तथा इस महीने अधिक से अधिक ब्लडबैंक  शिविर आयोजित करने के लिए निर्देशित किया गया है।

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रक्तदान माह के शुभारंभ कार्यक्रम

स्वास्थ्य विभाग प्रदेश के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ब्लडबैंक स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य गठन के समय छत्तीसगढ़ में केवल नौ ब्लड-बैंक थे जो अब बढ़कर 95 हो गए हैं। प्रदेश के 28 जिलों में 31 शासकीय ब्लडबैंक संचालित हैं। नवगठित गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में भी इस वर्ष शासकीय ब्लड-बैंक शुरू हो जाएगा।

सिंहदेव ने कहा कि राज्य की आबादी के अनुसार हर वर्ष यहां दो लाख 55 हजार यूनिट रक्त की जरूरत होती है। इसके विरूद्ध करीब दो लाख यूनिट की प्रतिपूर्ति हो रही है। ब्लडबैंकों में रक्त का संकलन हर वर्ष बढ़ाया जा रहा है। रक्तदान माह के शुभारंभ कार्यक्रम में संचालक स्वास्थ्य सेवाएं-सह-परियोजना संचालक श्री नीरज बंसोड़, अतिरिक्त परियोजना संचालक डॉ. एस.के. बिंझवार तथा आईईसी के संयुक्त संचालक श्री अजय कुमार सिंह सहित छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति के अनेक पदाधिकारी मौजूद थे।

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