राजस्थान में पायलट की जनसंघर्ष यात्रा, अपनी ही पार्टी के सरकार के खिलाफ कर रहे पदयात्रा
Pilot Jan Sangharsh Yatra: राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने दूसरी बार अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सचिन पायलट ने अजमेर से ‘जन संघर्ष यात्रा’ की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि वसुंधरा जी के कार्यकाल में लगातार भ्रष्टाचार हुआ। उस समय मैंने अध्यक्ष रहते हुए आरोप लगाए थे। जनता को हमने ये आश्वासन दिया कि सत्ता में आएंगे तो दूध का दूध पानी का पानी करेंगे। मैंने मौजूदा मुख्यमंत्री को 1.5 साल तक लगातार चिट्ठी लिखी कि वसुंधरा राजे सरकार के समय लगे आरोपी की जांच होनी चाहिए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि पिछले कुछ समय में लगातार पेपर लीक हुए। बात युवाओं के भविष्य की है। कौन-कौन लोग इस पेपर लीक के पीछे हैं मैंने ये बात उठाई थी। जांच पूरी हुई नहीं और कहा गया कि कोई अधिकारी कोई नेता इसमें शामिल नहीं है। हमने जब भ्रष्टाचार के मुद्दों को उठाया और मैं चाहता था कि एक पारदर्शी तरीके से जांच हो और दूध का दूध-पानी का पानी हो जाए। लेकिन जिन लोगों को डर लग रहा था वे दूध और पानी छोड़कर दूध और नींबू की बात करने लगे। धीरे-धीरे साफ हो गया कि कार्रवाई नहीं होगी। (Pilot Jan Sangharsh Yatra)
#WATCH हमने जब भ्रष्टाचार के मुद्दों को उठाया और मैं चाहता था कि एक पारदर्शी तरीके से जांच हो और दूध का दूध-पानी का पानी हो जाए। लेकिन जिन लोगों को डर लग रहा था वे दूध और पानी छोड़कर दूध और नींबू की बात करने लगे। धीरे-धीरे साफ हो गया कि कार्रवाई नहीं होगी: अजमेर से 'जन संघर्ष… pic.twitter.com/Zi4xbZG6uT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 11, 2023
इधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर इशारों-इशारों में पूर्व डिप्टी CM सचिन पायलट पर निशाना साधा। गहलोत ने कहा कि जो कभी पार्टी के प्रति लॉयल नहीं होते वे कभी कामयाब भी नहीं होते हैं। मैंने हमेशा सभी का सम्मान करते हुए सबको साथ लेकर चलने का काम किया। यही कारण रहा कि मुझे पार्टी और सोनिया गांधी ने मौका दिया। CM जयपुर में घाट की गूणी पर पूर्व राज्यपाल स्व. पंडित नवल किशोर शर्मा की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।
गहलोत ने इशारे-इशारे में कहा कि मैंने कोशिश की है सबको साथ लेकर चलूं। लोकतंत्र में कामयाब वहीं होता है जो सबको साथ लेकर चलता। जो लोग गुटबाजी पैदा करते हैं। वह कभी कामयाब नहीं होता। जब मैं पहली बार राजस्थान का मुख्यमंत्री बना तब सबको चुन-चुन कर कैबिनेट मंत्री बनाया, चाहे जिस का भी आदमी हो। उन्होंने कहा कि एक कहावत है कि आप बड़ी लाइन खींच दो बजाए दूसरों की लाइन काटे। मैंने भी वहीं काम किया। मैंने पूरी ईमानदारी, निष्ठा, नियम और पार्टी की नीति और सिद्धांतों के साथ काम किया। हर नेता का विश्वास जीता, इसलिए सोनिया गांधी ने मुझे मौका दिया।
किसी नेता के लिए पार्टी के प्रति लॉयल होना सबसे ज्यादा जरूरी है। मैंने ऐसे लोगों को देखा है जो थारी-म्हारी करते हैं, वो कभी कामयाब नहीं हो सकते हैं। ऐसे लोग पार्टी के लिए कभी लॉयल भी नहीं होते और आज के वक्त में लॉयल्टी बहुत जरूरी है। वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की जमकर तारीफ की। उन्होंने CM अशोक गहलोत पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के विचार सुनकर मेरे मन की सारी ग्रंथियां खुल गई हैं। (Pilot Jan Sangharsh Yatra)