रिटायर्ड IFS अफसर से हुई डेढ़ लाख की ठगी, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

Cheated from retired IFS: छत्तीसगढ़ प्रदेश में साइबर ठगी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। हाल ही में एक रिटायर्ड आईएफएस अफसर के खाते से ठगों (Cheated from retired IFS) ने डेढ़ लाख रुपए से अधिक पार कर दिए। बैंक खाते की केवायसी कराने का झांसा देकर साइबर ठगों ने रिटायर्ड आईएफएस अफसर को ठग लिया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस अज्ञात ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। मामले में जामताड़ा गिरोह के शामिल रहने की आशंका जताई जा रही है।

पुलिस के मुताबिक हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी धरमपुरा निवासी रिटायर्ड आईएफएस अजय कुमार सिंह के पास 6 फरवरी की शाम को एक व्यक्ति ने फोन किया और खुद को बैंक का अधिकारी बताया। इसके बाद उन्होंने बैंक खाते की केवायसी अपडेट कराने के लिए कहा। इस पर रिटायर्ड अधिकारी राजी हो गए। फिर ठग ने उनसे व्यक्तिगत जानकारी ली। आधार नंबर, बैंक खाता नंबर लिया।

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इसके कुछ देर बाद एक ओटीपी नंबर उनके मोबाइल नंबर पर आया। अधिकारी ने ओटीपी नंबर भी उन्हें बता दिया। ओटीपी नंबर बताते ही अधिकारी के बैंक खाते से 7 बार में 1 लाख 89 हजार 925 रुपए निकल गए। खाते से रकम निकलने की जानकारी होने पर उन्होंने बैंक अधिकारियों से बात की और खाता ब्लॉक कराया। इसके बाद मामले की शिकायत माना थाने में की। पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।

जामताड़ा गिरोह पर शक

मामले में साइबर ठगों के जामताड़ा गिरोह पर शक है। इस तरह की ठगी यही गिरोह ज्यादा करता है। बैंक केवायसी के नाम पर ऑनलाइन ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं। इसके बावजूद अनजाने में लोग अपनी जानकारी ठगों को शेयर कर रहे हैं।

बैंक फोन पर नहीं लेता जानकारी

बैंक किसी को फोन करके जानकारी नहीं लेता। किसी भी खाते की केवायसी व अन्य जानकारियों बैंक के ऑफिस में ही होती है। ऑनलाइन केवायसी कराने का झांसा केवल साइबर ठग ही दे रहे हैं।

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