बलौदाबाजार : कलेक्टर सुनील कुमार जैन के निर्देश पर जिला मुख्यालय स्थित उपजेल बलौदाबाजार में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैदियों की हेपेटाइटिस जांच हेतु विशेष शिविर का आयोजन किया गया है। जिसमें 305 मरीजों की जांच की गई उसमें से 12 मरीज पॉजिटिव मिले है। सभी मरीजों का इलाज जिला अस्पताल में किया जा रहा है।
इस संबंध में जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी ने बताया कि एक शोध के अनुसार जेल में बंद बंदियों के सामान्य लोगों की तुलना में हेपेटाइटिस से संक्रमित होने की आशंका अधिक होती है। जेल में भीड़-भाड़,चिकित्सा देखभाल की कमी,पोषण की कमी, कुछ ऐसे कारक हैं। जो हेपेटाइटिस की जोख़िम को बढ़ा देते हैं।
शिविर में उपस्थित नोडल अधिकारी डॉक्टर नवदीप बाँधे ने हेपेटाइटिस मूल रूप से लीवर से जुड़ी बीमारी है,जो वायरल इन्फेक्शन के कारण होती है। इस बीमारी में लीवर में सूजन आ जाती है। हेपेटाइटिस में 5 प्रकार के वायरस होते हैं, जैसे ए, बी, सी, डी और ई। हेपेटाइटिस का टाइप बी और सी लाखों लोगों में क्रोनिक बीमारी का कारण बन रहे हैं क्योंकि इनके कारण लीवर सिरोसिस और कैंसर होते हैं।
इसे भी पढ़े:संविधान दिवस पर प्रदेश कांग्रेस विधि विभाग द्वारा संगोष्ठी आयोजित
वर्ष 2021 में अब तक जिले में हेपेटाइटिस बी के लिए 9 हजार 8 सौ 3 लोगों की जाँच हुई जिसमें से 92 पॉजिटिव पाए गए। इसी प्रकार 1836 लोगों की हेपेटाइटिस सी की जाँच के बाद 4 पॉजिटिव मिले। हेपेटाइटिस की शुरुआत में बहुत स्पष्ट लक्षण नहीं दिखायी पड़ते हैं। फिर भी पीलिया, पेशाब का रंग बदलने,बहुत अधिक थकान,उल्टी या जी मिचलाना, खुजली,भूख न लगना,वजन में कमी ये कुछ लक्षण हैं जो हेपेटाइटिस संकेत करते है।
इसे भी पढ़े:छत्तीसगढ़: संविधान दिवस के अवसर पर शासकीय कन्या शाला साजा के छात्राओं ने किया थाना साजा भ्रमण
उक्त शिविर में उक्त शिविर में मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी नोडल अधिकारी डॉ नवदीप बांधे जिला कार्यक्रम प्रबंधक अनुपमा तिवारी एवं विभाग के अन्य कर्मचारी एवं अधिकारी गण उपस्थित थे।