मस्जिद में हुए आत्मघाती हमले में 88 पुलिसकर्मियों की मौत, 150 से ज्यादा लोग घायल

Pakistan Peshawar Attack: पाकिस्तान के पेशावर स्थित पुलिस लाइन में बनी मस्जिद में आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें मरने वालों की संख्या बढ़कर 88 हो गई है। जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल हैं। इनमें से 47 की हालत गंभीर है। ब्लास्ट इतना जोरदार था कि करीब दो किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनाई दी। मस्जिद का एक बड़ा हिस्सा ढह गया। इमाम नूर-अल अमीन की भी मौत हो गई है। वहीं पाकिस्तान के PM शाहबाज शरीफ ने अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की है। एक चश्मदीद ने कहा कि दोपहर की नमाज के वक्त मस्जिद में करीब 500 लोग मौजूद थे। फिदायीन हमलावर बीच की एक लाइन में मौजूद था। ये साफ नहीं हो सका कि वो पुलिस लाइन्स कैसे पहुंचा, क्योंकि अंदर जाने के लिए गेट पास दिखाना होता है।

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पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने हमले की जिम्मेदारी ली है। आर्मी ने इलाके को घेर लिया। इसके करीब ही आर्मी की एक यूनिट का ऑफिस भी है। इलाके में TTP का खासा दबदबा है और पिछले दिनों इसी संगठन ने हमले की धमकी भी दी थी। सभी घायलों का इलाज पेशावर के लेडी हार्डिंग अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि आम लोग जितना हो सके, उतनी जल्दी ब्लड डोनेट करने अस्पताल पहुंचे। मिलिट्री डॉक्टरों का एक दल भी अस्पताल पहुंचा। हेल्थ डिपार्टमेंट ने पेशावर जिले के सभी डॉक्टर्स और सपोर्ट स्टॉफ के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। (Pakistan Peshawar Attack)

बता दें कि पेशावर में पिछले साल मार्च में भी एक शिया मस्जिद में धमाका हुआ था। तब हमले में 62 लोग मारे गए थे। ये सभी शिया समुदाय के लोग थे। धमाके के वक्त मस्जिद में जुमे की नमाज चल रही थी। इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट खोरासान ग्रुप ने ली थी। वहीं 16 दिसंबर 2014 को पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल पर आतंकी हमला हुआ था। इसमें 148 लोग मारे गए थे। इनमें 141 स्कूली बच्चे थे। TTP ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। बाद में साजिश रचने वाले चार आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। (Pakistan Peshawar Attack)

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मामले में संगठन का प्रवक्ता भी गिरफ्तार हुआ था। हालांकि अहसान उल्ला नाम का ये प्रवक्ता बेहद रहस्यमयी तरीके से फौज की गिरफ्त से बड़े आराम से फरार हो गया था। बाद में उसने खुद कहा था कि फौज ने ही उसे रिहा किया था। पाकिस्तान में TTP के हमले लगातार तेज होते जा रहे हैं। इनकी जद में राजधानी इस्लामाबाद भी आ गई है। पिछले महीने इस्लामाबाद में एक फिदायीन हमला हुआ था। इसमें एक पुलिस अफसर मारा गया था और 6 लोग घायल हो गए थे। इसके बाद शाहबाज शरीफ ने कैबिनेट मीटिंग बुलाई थी। मीटिंग के बाद होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा था कि पाकिस्तान अपनी हिफाजत के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। (Pakistan Peshawar Attack)

अगर अफगानिस्तान की तालिबान हुकूमत ने TTP को नहीं रोका तो हम अफगानिस्तान में घुसकर इन आतंकियों को मारेंगे। TTP को लेकर अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव बेहद खतरनाक रूप लेता जा रहा है। दोनों देशों के बीच डूरंड लाइन पर तमाम एंट्री और एग्जिट पॉइंट बंद किए जा चुके हैं। हालात ये है कि दो महीनों में दोनों देशों के बीच फायरिंग में करीब 16 पाकिस्तानी सैनिक मारे जा चुके हैं। (Pakistan Peshawar Attack)

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पाकिस्तान सरकार हमलों के लिए TTP को जिम्मेदार बताती है। राणा सनाउल्लाह की धमकी का जवाब तालिबान के सीनियर लीडर और उप-प्रधानमंत्री अहमद यासिर ने सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर करके दिया था। साथ ही कहा था कि भूलिए मत कि ये अफगानिस्तान है। ये वो अफगानिस्तान है जहां बड़ी-बड़ी ताकतों की कब्रगाहें बन गईं। हम पर फौजी हमले का ख्वाब मत देखिए, वरना अंजाम उतना ही शर्मनाक होगा जितना भारत के सामने आपका हुआ था। बता दें कि पाकिस्तान में हमले बढ़ते ही जा रहे हैं। (Pakistan Peshawar Attack)

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