PM मोदी ने की SCO शिखर सम्मेलन की मेजबानी, कहा- कुछ देशों ने आतंकवाद को पॉलिसी बनाया

PM Modi SCO Summit: भारत ने शंघाई सहयोग संगठन यानी SCO शिखर सम्मेलन की मेजबानी की। बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री मोदी ने की, जिसमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति ने हिस्सा लिया। इस दौरान PM मोदी ने शिखर सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 2 दशक में SCO पूरे एशियाई क्षेत्र में शांति, समृद्धि और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म के रूप में उभरा है।

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PM मोदी ने कहा कि कुछ देश आतंकवादियों को पनाह देते हैं। ये क्षेत्रीय शांति के लिए बड़ा खतरा है। आतंकवाद पर दोहरे मापदंड के लिए कोई जगह नहीं है। PM मोदी ने ईरान के SCO में शामिल होने की घोषणा भी की। उन्होंने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और देश की जनता को इसके लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का सिद्धांत पूरा विश्व एक परिवार है। हम SCO को भी अपना परिवार मानते हैं। ईरान की SCO सदस्यता के बाद हम चाबहार बंदरगाह के बेहतर उद्योग के लिए काम कर सकते हैं। (PM Modi SCO Summit)

PM मोदी ने कहा कि हमने हमारे प्रयासों को दो मूलभूत सिद्धांतों पर आधारित किया है। पहला वसुधैव कुटुम्बकम और दूसरा सिक्योर यानी सिक्योरिटी, इकोनॉमिक डेवलपमेंट और अन्य हमारे SCO का विजन है। भारत ने इस दृष्टिकोण के साथ SCO में सहयोग के 5 नए स्तंभ बना हैं। स्टार्ट अप एंड इनोवेशन, ट्रेडिशनल मेडिसिन, यूथ इंपावरमेंट, डिजिटल इंक्लूजन और अन्य। SCO मंत्रीस्तर की बैठक में हमने मिल कर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज तैयार किए हैं। इनसे हमने अपने सहयोग में नए और आधुनिक आयाम जोड़ रहे हैं। वैश्विक स्थिति एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर है, विवादों, तनावों और महामारी से घिरे विश्व में फूड, फ्यूल और फर्टिलाइजर क्राइसिस सभी देशों के लिए एक बड़ी चुनौती है। (PM Modi SCO Summit)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें मिलकर यह विचार करना चाहिए कि क्या हम एक संगठन के रूप में हमारे लोगों की अपेक्षाओं का सामना करने में सक्षम हैं? इस विषय में भारत SCO में सुधार और आधुनिकीकरण का समर्थन करता है। कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीतियों के इंस्ट्रूमेंट के रूप में इस्तेमाल करते हैं। SCO को ऐसे देशों की आलोचना में कोई संकोच नहीं करना चाहिए। ऐसे गंभीर विषय पर दोहरे मापदंड के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। आतंकवादी वित्तपोषण से निपटने के लिए हमें आपसी सहयोग बढ़ाना चाहिए। (PM Modi SCO Summit)

शिखर सम्मेलन में PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान को लेकर भारत की चिंताए और अपेक्षाएं SCO के अधिकांश देशों के समान हैं। हमें अफगानिस्तान के लोगों के कल्याण के लिए मिलकर प्रयास करना चाहिए। अफगान नागरिकों को मानवीय सहायता, एक समावेशी सरकार का गठन, आतंकवाद और ड्रग तस्करी के विरुद्ध लड़ाई तथा महिलाओं-बच्चों व अल्पसंख्यकों के अधिकारों को सुनिश्चित करना हमारी साझा प्राथमिकता है। भारत और अफगानिस्तान के लोगों के बीच सदियों पुराने मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं।  (PM Modi SCO Summit)

वहीं SCO समिट को संबोधित करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने PM मोदी को धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भारत की अप्रोच का समर्थन करते हैं। हम SCO में शामिल देशों के साथ लगातार अपने संबंधों को बेहतर करने के लिए काम करते रहेंगे। हम पश्चिमी देशों की तरफ से लगाए जा रहे प्रतिबंधों का सामना करते रहेंगे। SCO के लिए अफगानिस्तान एक चिंता का विषय है। वहां हालात बेहतर नहीं हो रहे हैं। SCO का लक्ष्य आतंकवाद, कट्टरवाद, उग्रवाद और नशीली दवाओं की तस्करी पर लगाम लगाना है। SCO में भारत के साथ ही रूस, चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिजिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। इसे संगठन को एक महत्वपूर्ण आर्थिक और सुरक्षा समूह माना जाता है।

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