स्वास्थ्य मंत्री TS सिंहदेव ने ली अहम बैठक, धमतरी जिले ने हासिल की ये कामयाबी

Minister TS Meeting: स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री TS सिंहदेव ने रायपुर, बिलासपुर, कांकेर और कोरबा के शासकीय मेडिकल कॉलेज में नए भवनों के निर्माण के लिए CGMSC (छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन) के अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने नए बनने वाले भवनों की ड्राइंग, डिजाइन और अन्य तकनीकी मानकों को जितना जल्दी हो सके अंतिम रूप देकर निर्माण कार्य के लिए निविदा जारी करने को कहा।

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चिकित्सा शिक्षा मंत्री सिंहदेव के रायपुर के सिविल लाइन स्थित निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में CGMSC के संचालक और विधायक विनय जायसवाल, चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव प्रसन्ना आर., आयुक्त नम्रता गांधी, CGMSC के प्रबंध संचालक चंद्रकांत वर्मा, महाप्रबंधक सुनील सिंह, रायपुर के पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय की डीन डॉ. तृप्ति नागरिया और डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. एस.बी.एस. नेताम भी शामिल हुए। (Minister TS Meeting)

वहीं दोनों आंखों में मोतियाबंद से उपजे अंधत्व को दूर करने में धमतरी जिले ने कामयाबी हासिल कर ली है। धमतरी में अप्रैल-2022 में सर्वेक्षण के दौरान मिले दोनों आंखों में मोतियाबिंद वाले 223 मरीजों का जिला अस्पताल में सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया है। अब ये लोग अपनी आंखों से दुनिया देख पा रहे हैं।स्वास्थ्य विभाग ने दोनों आंखों में मोतियाबिंद से प्रभावित मरीजों की आंखों की रोशनी लौटाने हर जिले में सर्वे कराकर ऐसे मरीजों को चिन्हांकित किया था। दोनों आंखों में मोतियाबिंद हो जाने से मरीज को तीन मीटर से अधिक दूरी का ऑब्जेक्ट दिखाई नहीं देता। (Minister TS Meeting)

यह एक तरह के अंधत्व की स्थिति है जिसके चलते मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। धमतरी जिले में दोनों आंखों में मोतियाबिंद वाले 223 मरीजों का ऑपरेशन किया गया है, ताकि उन्हें कम से एक आंख से दिखाई दे और वे सामान्य लोगों की तरह जीवन-यापन कर सकें। अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम के धमतरी जिले के नोडल अधिकारी डॉ. जे.एस. खालसा ने बताया कि मोतियाबिंद उम्र के साथ होने वाली बीमारी है जिसके कारण मरीज की आंखों की दृश्यमानता कम हो जाती है और धुंधला दिखाई देने लगता है। उन्होंने बताया कि यह उपचार योग्य होता है, जिसे 10-15 मिनट के ऑपरेशन से ठीक किया जाना संभव है। (Minister TS Meeting)

स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांवों एवं शहरों में सघन सर्वे कराकर दोनों आंखों में मोतियाबिंद वाले मरीजों का चिन्हांकन कर ऑपरेशन कराया गया। ऑपरेशन के बाद ये अपनी आंख की ज्योति वापस पा चुके हैं और सामान्य लोगों की तरह जीवन-यापन कर रहे हैं। डॉ. खालसा ने बताया कि धमतरी जिला अस्पताल में अप्रैल-2022 से अब तक मोतियाबिंद के तीन हजार 350 मरीजों का सफल ऑपरेशन किया गया है। जिला चिकित्सालय के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी अब तक किए गए ऑपरेशन से पिछले एक साल में पांच हजार मरीजों की आंखों की रोशनी लौटाई गई है। स्वास्थ्य विभाग की लगातार कोशिशों के परिणामस्वरूप धमतरी जिले में दोनों आंखों के मोतियाबिंद से हुए अंधत्व की स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है। (Minister TS Meeting)

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