दिल्ली हाईकोर्ट ने I.N.D.I.A. गठबंधन को लेकर जारी किया नोटिस, मांगा जवाब

Notice to Opposition Alliance: विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के नाम को लेकर विवाद जारी है। इस बीच दिल्ली हाईकोर्ट ने विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलमेंट इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) के नाम को लेकर केंद्र सरकार, चुनाव आयोग और विपक्षी पार्टियों से जबाव मांगा है। हाईकोर्ट इस मामले की सुनवाई 21 अक्टूबर को करेगा। कोर्ट में गिरीश भारद्वाज ने याचिका दायर की थी। उनका कहना था कि विपक्षी गठबंधन का नाम बदल दिया जाए। इससे पहले चिराग पासवान भी गठबंधन के नाम को लेकर आपत्ति जता चुके हैं। उन्होंने कहा था कि आप देश के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं, ये पूरी तरह गलत है।

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इधर, गिरीश भारद्वाज ने कोर्ट को बताया कि उन्होंने 19 जुलाई को इस नाम के खिलाफ एक्शन लेने की चुनाव आयोग से अपील की थी। इस पर जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा और जस्टिस अमित महाजन की बेंच ने कहा कि इलेक्शन कमीशन ने अब तक कोई जबाव नहीं दिया। इसलिए कोर्ट तक शिकायत आई है। इसकी सुनवाई करना जरूरी है। याचिका में कहा कि 2024 के चुनाव में फायदे के लिए राजनीतिक पार्टियों ने INDIA नाम इस्तेमाल किया है। 26 विपक्षी दलों ने 18 जुलाई को बेंगलुरु में बैठक की थी। गठबंधन के लिए INDIA नाम का सुझाव सबसे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिया था। (Notice to Opposition Alliance)

वहीं I.N.D.I.A. नाम को लेकर CM हिमंता बिस्व सरमा ने विरोध जताया था। दरअसल, उन्होंने अपने ट्विटर बायो से इंडिया हटाकर भारत कर लिया। उनका कहना है कि अंग्रेजों ने हमारे देश का नाम इंडिया रखा था। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि भाजपा इंडिया नाम पर बेवजह विवाद पैदा कर रही है। भाजपा ने खुद मेक इन इंडिया और शाइनिंग इंडिया जैसी स्कीम निकाली हैं। आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि अब इलेक्शन NDA बनाम INDIA होंगे और इनमें INDIA की जीत होगी। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अगस्त को NDA के 48 सांसदों के साथ मीटिंग की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि विपक्ष ने I.N.D.I.A. गठबंधन मजबूरी में किया है। इनके एक भी सदस्य को इसका मतलब पता नहीं होगा। (Notice to Opposition Alliance)

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