न्यूज़ डेस्क
कोरोना के माहौल के दौरान इस समय सबसे जरुरी है अपना और अपनी सेहत का ख्याल रखना। हमें कई बार पेट में जलन, दर्द और उल्टी जैसा महसूस होता है, जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं और इग्नोर कर देते हैं। दरअसल, यह अल्सर के लक्षण हो सकते हैं, जिसे पेप्टिक अल्सर भी कहते हैं। पेप्टिक अल्सर पेट की एक कॉमन बीमारी है। पेप्टिक अल्सर एक तरह का घाव होता है, जो पेट के भीतरी परत को संक्रमित कर देता है। पेट के अल्सर को गैस्ट्रिक अल्सर के नाम से भी जाना जाता है। पेट में आंत के बाहरी हिस्से में भी यह अल्सर हो सकते है। इस तरह के अल्सर को डुआडनल अल्सर कहा जाता है।
क्या होता है पेप्टिक अल्सर
पेप्टिक अल्सर एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें पेट के भीतरी हिस्से में छाले पड़ जाते है। बीमारी बढ़ जाने पर छाले गहरे घाव में बदल जाते है और मरीजों को परेशानी होने लगती है। गलत खानपान की वजह से पेट में एसिडिटी बनने लगती है, तो यह स्थिति पैदा होती है। पेट में अल्सर (छाले) तीन तरह से होते हैं, जिसमें गैस्ट्रिक, एसोफेजल और डुआडनल अल्सर शामिल है।
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पेट में अल्सर के लक्षण
पेट के उपरी हिस्से में सुबह और रात के समय अत्यधिक दर्द, रक्तश्राव, उल्टी आना, जी मिचलाना, वजन कम होना, भूख ना लगना, मल के साथ काले रंग का खून, चिपचिपा दिखने वाला मल आना, उल्टी के साथ काला रंग का द्रव पदार्थ बाहर आना।
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अल्सर से बचने यह उपाय
चाय, कॉफी, कोल्डड्रिंक, जंकफूड कम लें। रेशे वाले भोजन करें, किंतु मिर्च मसालों का उपयोग ना करे। टेलीविजन देखते हुए खाना ना खाए। धूम्रपान करने से बचें। यदि कोई दर्द है तो डॉक्टर की सलाह से पेन किलर का सेवन करें। नियमित व्यायाम करें और हमेशा तनावमुक्त रहने की कोशिश करें।