Snowfall in Gulmarg : धरती के जन्नत गुलमर्ग में हुई सीजन की पहली बर्फबारी, पर्यटकों में बढ़ा उत्साह

Snowfall in Gulmarg : विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग (Snowfall in Gulmarg) में सीजन का पहला हिमपात हुआ है। यहां बर्फबारी के बाद घाटी में मौजूद पर्यटकों ने गुलमर्ग (Snowfall in Gulmarg) व अन्य पर्यटन स्थलों का रुख करना शुरू कर दिया है। गुलमर्ग के साथ सोनामर्ग में बर्फबारी के बाद पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों में भी कारोबार चमकने की आस जगी है।

यह भी पढ़ें : आज से इस राज्य में शुरू हुई Jio 5G Internet सर्विस, चेयरमैन आकाश अंबानी ने किया लांच

Snowfall in Gulmarg : गर्मियों में पहुंचे लाखों पर्यटक

जम्मू-कश्मीर का ताज माने जाने वाले गुलमर्ग में गुरुवार से ही बर्फबारी शुरू हो गई। इस सीजन के पहले हिमपात के साथ ही गुलमार्ग की वादियां सफेद चादर से ढक गई हैं और इससे यहां पर्यटन से जुड़े लोगों के चेहरों मुस्कान दिखी। इस बार गर्मियों में पर्यटकों की आमद ने कई रिकॉर्ड तोड़े। जम्मू-कश्मीर में करीब एक करोड़ छह लाख पर्यटक इस साल घूमने के लिए आए। उम्मीद है कि बर्फबारी के बाद सैलानी फिर से पर्यटन स्थलों का रुख करेंगे।

Snowfall in Gulmarg : कश्मीर से सिर्फ इतनी है दुरी

कश्मीर को धरती का जन्नत कहा जाता है और इस जन्नत को और हसीन बारामूला जिले में स्थित गुलमर्ग बनाता है। दरअसल गुलमर्ग एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। इस स्थान फूलों के प्रदेश के नाम से भी जाना जाता है।

हर साल यहां लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं। बर्फ से ढकी चोटियां, देवदार के लंबे-लंबे पेड़, खूबसूरत घास के मैदान अक्सर लोगों को आकर्षित करता है। कश्मीर से तकरीबन 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गुलमर्ग में विश्व का सबसे बड़ा गोल्फ कोर्स है। इसके अलावा यहां देश के प्रमुख स्काई रिजॉर्ट भी है।

बहुत खास है गुलमर्ग का इतिहास

जम्मू और कश्मीर का खूबसूरत हिल स्टेशन गुलमर्ग को पहले गौरीमर्ग के नाम से जाना जाता था। लेकिन 16वीं शताब्दी के दौरान युसुफ शाह चक ने इस खूबसूरत घाटी से प्रभावित होकर इसका नाम गुलमर्ग रख दिया। मुगल बादशाह जहांगीर अक्सर अपनी छुट्टियां बिताने गुलमर्ग आता था। उसने यहां पर 21 प्रकार के फूलों का बगीचा लगवाया था।

ब्रिटिश शासन काल के दौरान साल 1904 में अंग्रेजों ने गोल्फ खेलने के लिए यहां गोल्फ कोर्स का निर्माण कराया। साल 1915 में कश्मीर के तत्कालीन राजा हरि सिंह की पत्नी महारानी मोहिनी बाई ने गुलमर्ग में भव्य शिव मंदिर का निर्माण कराया था।

यह भी पढ़ें : UK Political Crisis : ब्रिटेन PM की रेस में ऋषि सुनक सबसे आगे, मिला 100 कंजर्वेटिव नेताओं का समर्थन

गुलमर्ग की भौगोलिक स्थित

समुद्र तल से गुलमर्ग की ऊंचाई 2,650 मीटर है। यह हिमालय की पीर पंजाल रेंज में स्थित है। सर्दियों के मौसम में यहां हमेशा बर्फ जमा होता है। यहां देवदार और चीड़ के लंबे-लंबे पेड़ पाए जाते हैं। पर्यटक यहां बर्फ की ढ़लान पर स्कीइंग करते हैं।

Related Articles

Back to top button